गुरुवार, 4 अप्रैल 2013

सिगरेट कथा पार्ट -2

सिगरेट कथा पार्ट -2

तेरे प्रति दीवानगी इतनी
की झेलनी पड़ती है डांट और मार
घर पर भी होती है खूब बेइज्जती \
खूब की सौंफ, इलायची, माउथ फ्रेशनर से बचने की कोशिश
बारात में बीडी वाले भी पीते हैं सिगरेट

कभी खेत में तो कभी जंगल में तो कभी एकांत में

तुलसी के पत्ते और न जाने क्या क्या चवाया

पर तेरी महक ही ऐसी कि

दुश्मनो को पता चल ही जाता है

दोस्त मिले तो या बिछड़े

सबसे पहले जलेगी सिगरेट

चाय पानी तो बाद की बात है

गाँव में बण्डल से शुरूआत

शहर में सीधे सीधे सिगरेट से

दीवानगी और डर भी कहीं पकडे न जाएँ

अभी दो मित्र पकडे गए

क्योंकि चिप के रखा था माउथ फ्रेशनर

घर के अन्दर और गेट के बाहर

18 वर्ष से कम उम्र वालों को बेचना है अपराध

शायद इस रूल का पालन करता होगा एक आध
12-14 साल के लौंडे भी खूब छल्ले और अंडे बनाते हैं
होड़ लगती है गोल्डन कश तक की
(नोट - लेखक सिगरेट पीने का हिमायती नहीं है , किन्तु कुछ लोगों का मानना है कि सिगरेट पीने से उन्हें फायदा होता है जैसे सर दर्द ,बदन दर्द,थकान ,टेंशन ,कब्जी इत्यादि ऐसे लोगों में डोक्टर ,प्रोफ़ेसर वैज्ञानिक ,लेखक आदि शामिल हैं )
 

वो सिगरेट जला लेते हैं....

जब कुछ काम नहीं होता तो वो सिगरेट जला लेते हैं 
जब उन्हें थोड़ी खुंदक /गुस्सा आती है तो सिगरेट जला लेते हैं 
जब वो खुश होते हैं तो सिगरेट सुलगने लगती हैं थोक में 
बियर खुलेगी तो सिगरेट जलेगी 
दारू पिवेगी तो भी सिगरेट जलेगी 
गर्लफ्रेंड नाराज तो सिगरेट से गम हल्का होगा 
किसी ने डांट दिया तो फिर सिगरेट की ओर रुख होगा 
थकान ,सर में दर्द तो इलाज भी सिगरेट से होगा 
कभी पखाने में तो कभी तहखाने में अरे छोड़ो मयखाने को
रास्ते लम्बे हों तो सिगरेट का साथ होगा
मौसम ठंडा तो गर्मी भी सिगरेट से मिलेगी
दोस्ती और दुश्मनी सिगरेट के छल्ले
खुशी और गम में साथ,, जब सिगरेट होगी आपके हाथ ..